अस्पताल संचालिका हत्याकांड 24 घण्टे के अंदर पुलिस की हाथ अब भी खाली मामले में पुलिस ने जांच की शुरू
बिहार की राजधानी पटना के अगमकुआं थाना अंतर्गत धनकी मोड़ स्थित एशिया अस्पताल की संचालिका सुरभी राज हत्याकांड मामले में पुलिस ने अब जांच शुरू कर दी है। बीते शनिवार के दिन बेखौफ अपराधियों के द्वारा एशिया अस्पताल के सेकंड फ्लोर स्थित चैंबर में घुसकर अस्पताल संचालिका सुरभि राज को 7 गोलीमार मौत के घाट उतारा गया था। घटना के बाद मौके से सभी अपराधी बड़ी ही आसानी से फरार हो गए। वहीं पुलिस को सूचना अस्पताल कर्मियों के द्वारा 2 घंटे के बाद दी गई सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से पांच खोखा को बरामद किया वहीं अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अपराधियों की पहचान करने में जुटे है। घटना के बाद मौके पर मौजूद अस्पताल कर्मी ने बताया बताया कि हम लोगों की मेदांता से आए डॉक्टर के द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही थी ट्रेनिंग खत्म होने के बाद हम लोग आपस में हंसी मजाक कर रहे थे तभी लगा कि अंदर मैम बैठी हुई है। जाकर देखा तो मैम फर्श पर गिरी पड़ी थी। इसके बाद कर्मियों के द्वारा अस्पताल में अन्य कर्मियों को इसके बारे में जानकारी दी। सबसे बड़ा सवाल यह उठता है, की गोली की आवाज किसी ने नहीं सुना है। आखिरकार 7 गोलीमार संचालिका को मौत के घाट उतारा गया बावजूद इसके ना तो किसी ने किसी अपराधी को अंदर आते देखा ना ही गोली की आवाज सुनी ना ही जाते हुए किसी संदिग्ध पर कोई नजर पड़ी फिलहाल जांच में जुटी पुलिस का दावा है कि इस पूरे मामले का जल्द से जल्द उद्वेदन कर पूरे मामले का खुलासा करेगी। घटना की जानकारी देते हुए पटना सिटी एसपी अतुलित झा ने बताया कि तमाम बिंदुओं पर जांच की जा रही है अस्पताल में मौजूद सभी कर्मियों से अलग-अलग से पूछताछ की जा रही है सुरभि राज के पति से भी हम लोगों ने पूछताछ की है इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है तमाम बिंदुओं पर अभी भी जांच जारी है जल्द ही मामले का खुलासा होगा
बताया जा रहा है कि हत्या जिसने भी की वो सुरभि के बेहद करीब था। पूरी प्लानिंग के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। इस बात को सुरभि के पिता भी मानते हैं।
सुरभि का चैंबर अस्पताल के तीसरे फ्लोर पर था। चैंबर के अंदर किसी को बिना परमिशन घुसने की इजाजत नहीं थी।
दोपहर के 2 बजे हत्या को अंजाम दिया गया। उस वक्त मरीज और स्टाफ भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने ना गोलियों की आवाज सुनी। ना किसी को आते जाते देखा।
पति ने ससुर से क्यों छिपाई गोली लगने की बात
सुरभि के पति राकेश रौशन अपने ससुराल में ही रहते थे। उन्होंने जब ससुर को कॉल किया तो गोली लगने का जिक्र नहीं किया।
ससुर के अस्पताल पहुंचने के बाद भी राकेश गोली वाली बात छिपाते रहे। राकेश भी सुरभि के साथ पूरा अस्पताल देखते थे।
चैंबर से खून से दाग ऐसे साफ किए गए जैसे वहां कुछ हुआ ही ना हो। सुरभि को गोली लगने के 2 घंटे के बाद पुलिस को सूचना दी गई। घटना के कुछ दिन पहले ही हॉस्पिटल के CCTV कैमरों को बदला गया। सुरभि हत्याकांड कई अनसुलझे सवाल में पटना पुलिस ढूंढने में लगी है