आईपीएस कुंदन कृष्ण बिहार लौटे एडीजी मुख्यालय बन सकते है
1994 बैच के IPS अधिकारी कुंदन कृष्ण की बिहार कैडर में वापसी हो गई है केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी आधी सूचना सोमवार को जारी कर दी है वे 3 साल से केंद्रीय प्रतिनिधि पर थे फिलहाल सीआईएसएफ की एडीजी थे एडीजी मुख्यालय का पद अभी खाली है उन्हें एडीजी मुख्यालय बनाया जा सकता है कुंदन कृष्णन पटना के एसपी भी रह चुके हैं वे नालंदा जिले के रहने वाले हैं उनका शुमार कड़क अधिकारी के रूप में होता है अपराधियों का सुराग लगाने के लिए उनके पास कई बड़े नेटवर्क है पूर्व में सांसद आनंद मोहन की 2006 में देहरादून कोर्ट में किसी मामले में पेशी थी वहां से उन्हें सहरसा जेल जाना था आनंद मोहन पटना में पहुंचे और होटल में रुक गए उस वक्त कुंदन कृष्णन पटना में तैनात थे सूचना मिलने के बाद भी होटल पहुंच गए इस दौरान दोनों के बीच आमना-सामना और तीखी नोकझोंक हुई थी होटल से लेकर कुंदन कृष्णन थाना आ गए और जेल भेज दिया वहीं 2002 में छपरा जेल में करीब 1200 कैदियों ने हंगामा और बवाल करने के बाद जेल पर कब्जा जमा लिया था पुलिस पर गोलीबारी और पथराव होने लगा था हालात बेकाबू हो गए थे उसे वक्त कुंदन कृष्णा सारण के एसपी थे एक-47 लेकर छपरा जेल पहुंच गए थे पुलिस की ओर से हुई जवाबी कार्रवाई में पांच कैदी मारे गए थे इस ऑपरेशन में उनका हाथ भी फ्रैक्चर हो गया था