दीपक कुमार
(साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट )
पटना डेस्क
वो दिन दूर नहीं जब थानेदार को बनाना होगा डिजिटल सिग्नेचर
दीपक कुमार
(साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट )
साइबर क्राइम को नियंत्रण के लिए साइबर थाना ही नहीं सामन्य थानो को भी हाई – टेक करना होगा l साइबर क्राइम के मामले मे इसके लिए थाने के सरकारी ईमेल को हथियार के रूप मे प्रयोग करना होगा l सामान्य तौर पर बैंकिंग फ़्रॉड और महिलाये से सम्बंधित मामले आते हैँ ऐसे केस को थाने से भी तकनीक के सहारे आसानी से किया जा सकता हैँ l अब फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सप्प, गूगल यह अधिकार देश के सभी थाने को दे दिया हैँ पत्राचार के बाद रिपोर्ट सरकारी ईमेल पर उपलब्ध हो जाता हैँ किस नबर या ईमेल के साथ किस आईपी से चलाया जा रहा हैँ l
सुविधा के बौजूद 95% थाने नहीं करती एक्सेस
यह सुविधा होने के बौजूद देश के 95% थाने इसको एक्सेस नहीं करती हैँ l थाने के टीम साइबर सेल या तकनीक सेल पर निर्भर रहकर काम का बोझ बढ़ा देती हैँ l एक्सेस करके साइबर क्राइम के साथ साथ ब्लाइंड केसेस को भी सॉल्व किया जा सकता हैँ l
कई रिपोर्ट 3 दिन मे तो कोई एक ही दिन मे दे देती हैँ
गूगल जहा रिपोर्ट एक दिन मे दे देती हैँ वही व्हाट्सप्प फेसबुक इंस्टाग्राम 3 से एक सप्ताह मे देती हैँ वही इमरजेंसी के केस मे 2 घंटा मे भी रिपोर्ट देती हैँ l
साइबर पुलिस पोर्टल लॉगिन नहीं करती थाना
थाना साइबर थाना मे जाने को कहकर टाल मटोल कर देती हैँ लेकिन जब कोई पीड़िता ऑनलाइन cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कर्ता हैँ तो उसे एक्सेस करने का आजादी थाना के पास होता हैँ!
साइबर ट्रेल के रूप मे मिलता हैँ रिपोर्ट
पुलिस को बैंकिंग फ़्रॉड मे बैंक को पत्राचारा नहीं करना पड़ता हैँ पोर्टल पर शिकायत के बाद पैसा कहा कहा किस- किस अकॉउंट मे गया हैँ उसका साइबर ट्रेल के रूप मे रेपोर्ट मिलती हैँ जबकि 90% थाने cyberpolice.nic. inपोर्टल को एक्सेस ही नहीं करती हैँ l
आने वाला दिन डिजिटल सिग्नेचर का अवश्यकता पड़ेगा
अब विदेशी कंपनी डिजिटल सिग्नेचर के रूप मे सिग्नेचर को मांगने लगी हैँ वही कोई फर्जी अकॉउंट को बंद करने के लिए डिजिटल सिग्नेचर फेसबुक, इंस्टाग्राम ट्विटर मांगने लगी हैँ अब आने वाला दिन सभी को डिजिटल सिग्नेचर आवश्य्कता हो जाएगा l
95% पुलिस को आईपीडीआर का विश्लेषण नहीं
देश मे थानो मे 95% पुलिस को आईपी ( ईंटरनेट प्रोटोकॉल ) जैसे शब्द से वाकिफ हैँ लेकिन इसके आईपीडीआर के विश्लेषण की जानकारी नहीं हैँ और आने वाला दिन आईपी इन्वेस्टीगेशन मे अहम् भूमिका होगा l